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आजकल जमाना बहुत बदल गया है। कही पर भी लड़कियां, बच्...
आजकल जमाना बहुत बदल गया है। कही पर भी लड़कियां, बच्ची या महिला अपने आप को सेफ महसूस नहीं कर पा रही है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से एक ऐसी ही घटना सामने आई है। एक तरफ जहां पूरा शहर मध्यप्रदेश की स्थापना दिवस के जश्न के डूबा हुआ था। वही भोपाल में सिविल सर्विस की तैयारी कर रही लड़की के साथ कुछ लड़को ने गैंगरेप की वारदात को अंजाम दे दिया।
यह घटना उस समय की है। जब वह लड़की सिविल सर्विस की क्लास से घर आ रही थी। उसी समय 4 लड़को ने लड़की को हबीबगंज रेलवे स्टेशन के पास घेरते हुए रेल्वे लाइन के पास की झाडियो में उसका गैंगरेप किया। इस घटना के मुताबिक पुलिस का कहना है कि इन चारों लड़कों लड़की के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या करना चाहते थे। मगर यह लड़की इन लड़को के चुंगल से किसी न किसी तरह से बच कर भाग निकली।
लड़की के परिवार वालों का कहना है कि जब उन्हें लड़की के साथ घटी घटना की जानकारी मिली तो वे रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पुलिस थाने गए। जहां उन्हें एक थाने से दूसरे थाने का मामला बताकर यहाँ से वहां भटकाया जाता रहा। लड़की की फैमिली बुधवार के दिन घंटो तक एमपी नगर और हबीबगंज पुलिस स्टेशन के चक्कर काटती रही। इतना सब होने पर उनको यह बताया गया कि यह मामला जीआरपी पुलिस थाने का है। रेल्वे पुलिस ने लड़की का मेडिकल चेकअप करने के बाद उसका केस दर्ज करते हुए उन्होंने यह मामला रेप का बताया।
पीड़ित लड़की के बयान पर पुलिस अधिकारी ने गुरुवार के दिन उन चारों लड़को को गिरफ्तार कर लिया। उन चारों लड़को के नाम गोलू बिहारी, राजेश, रमेश और अमर है। इन सभी को गिरफ्तार करके पुलिस आगे की कारवाही चालू कर दी है।
लड़की के साथ यह घटना होने के बाद लड़की के माता पिता बुधवार के दिन 11 बजे एमपी नगर पुलिस स्टेशन पहुंचे। पुलिस स्टेशन पहुंचने पर उनकी मुलाकात एसआई आरएन टेकाम से हुई।
एसआई आरएन टेकाम ने लड़की के साथ हुए दूर व्यवहार का मामला हबीबगंज थाना का बताते हुए उन्हें हबीबगंज थाने जाने की सलाह दी। जबकि एसआई चाहते तो अपने थाने में शून्य पर मामला दर्ज कर केस की डायरी जीआरपी पुलिस और हबीबगंज पुलिस स्टेशन को भेज सकते थे।
पुलिस इंस्पेक्टर डीआईजी संतोष कुमार सिंह ने बताया है कि पुलिस अधिकारी ने इस मामले को दर्ज नहीं किया। एसआई आरएन टेकाम की लापरवाही को देखते हुए उन्हें ससपेंड कर दिया गया है।
जब पुलिस से पीड़िता को कोई मदद नहीं मिल रही थी तो उसने अपने माता पिता के साथ ही दरिंदो को ढूंढ़ना शुरू कर दिया। तभी ढूंढ़ते-ढूंढ़ते उनकी नज़र एक झुग्गी पर पड़ी। उस झुग्गी में इस वारदात को अंजाम देने वाला एक शख्स गोलू नज़र आ गया। गोलू को लड़की के माता पिता पकड़कर हबीबगंज पुलिस स्टेशन ले गए। तब जाकर आनन-फानन में रेलवे पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।
टीआई रवींद्र यादव ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने वाले गोलू के अन्य साथियों को पुलिस की टीम ने पकड़ लिया है। उनसे लड़की का मोबाइल फ़ोन और कान के बाले भी बरामद कर लिए गए है। लड़की और उसके माता पिता गोलू को लेकर पुलिस स्टेशन सही समय पर पहुंच गए। पुलिस स्टेशन पहुंचने के बाद रेल्वे पुलिस जीआरपी को भी हबीबगंज पुलिस स्टेशन में बुला लिया गया।
सीएम शिवराज सिंह चौहान (5.1-2) ने कहा,
"घटना निंदनीय है। चारों आरोपियों को पकड़ लिया गया है। इस घटना को चिह्नित अपराधों की श्रेणी में रखकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल कराया जाएगा। एक पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है। जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
राज्य के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए कहा कि
"घटना के तुरंत बाद यह मामला मेरे संज्ञान में लाया गया था। मैंने पुलिस को आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए हैं। पुलिस अपना काम कर रही है।"
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