इनका नाम बाइक स्टंट वुमन के नाम से पूरे देश में फेमस है। इन्होंने सितंबर २०१५ मे महज 20 साल की उम्र में 2100 किलोमीटर की यात्रा स्कूटी से मात्र 18 दिन में पूरी की थी। उनका यह सफर अमृतसर से जम्मू तक का था। इस सफर के दौरान वो केवल पानी पीने के लिए ही रुकी थी। उन्होंने 7 घंटे में 250 किलोमीटर की दुरी तय की और इस स्टंट की बदौलत उनका नाम इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में भी दर्ज किया गया। उन्हें बचपन से ही बाइक स्टंट का शोक था और इस शोक के चलते उन्हें कई बार चोट भी आई, लेकिन उन्होंने अपने इस शोक को बरकरार रखा। हाल ही में वो तब चर्चा में आई जब उनका एक वीडियो इन्टरनेट पर वायरल हुआ। उन्होंने अब तक 2 बार खारडूंगा ला पास पार किया है।
चन्दाबेन एक स्वतंत्रता सेनानी है, लेकिन इनकी पहचान स्वतंत्रता सेनानी नहीं बल्कि किसी दूसरी वजह से है। 95 वर्ष की चन्दाबेन लड़कियों के प्रेम विवाह करवाती है और उन लड़कियों का विवाह रुकवाती है जो उनपर जबरन थोपे जा रहे है। एक बार ऐसा हुआ कि उनके पडोसी अपनी बेटी की शादी किसी बूढे व्यक्ति से करा रहे थे, तो उन्होंने इसका विरोध किया और उनके घर के बाहर अनशन पर बैठ गयी। इसका परिणाम यह हुआ कि उनके पडोसी को विवाह कैंसिल करना पड़ा।
चन्दाबेन अब तक अपने ही परिवार में ४० प्रेम विवाह करा चुकी है। उनकी खुद की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उन्हें रतिलाल से प्यार हो गया लेकिन अलग जाति के होने के कारण परिवार और समाज ने इनके प्यार का विरोध किया लेकिन चन्दाबेन इन सबसे परे अपने प्रेमी से 1945 में विवाह कर लिया और इसके बाद से ही वो प्रेम विवाह की मुहिम में लग गई।
पूजा चंद्रशेखर हॉवर्ड यूनिवरसिटी से बायोमेडिकल इंजिनियरिंग की स्टूडेंट है। उन्होंने 17 साल की उम्र में अमरीका की 14 यूनिवर्सिटी में एंट्रैन्स के अप्लाई किया था। इन 14 में से आइवी लीग के 8 कॉलेज शामिल थे। पूजा का स्कोर 2400 में से 2390 था, जो सभी के लिए चोकाने वाला था, क्योंकि आठ आइवी लीग के सभी कॉलेज उन्हें दाखिल देने के लिए लाइन में खड़े थे। उन्हें कॉलेज में सभी प्रोजेक्ट गर्ल के नाम से बुलाते थे।
उन्होंने एक ऐप भी बनाया था जो कि इंसान की आवाज़ सुनकर परकिंसन बीमारी का पता लगभग 97 प्रतिशत तक लगा सकता है। पूजा ने बताया, जब वो पहली बार कंप्यूटर साइंस की क्लास में गई तो वहाँ उन्होंने देखा की सिर्फ तीन ही लड़की क्लास में थी। इसके बाद उन्होंने लड़कियों को मोटीवेट करना शुरू कर दिया और प्रोजेक्ट गर्ल के नाम से अपनी पहचान बना ली।
40 वर्षीय अल्पाबेन पटेल आणद गुजरात की रहने वाली है। उनका नाम इसलिए फेमस हुआ कि वह लावारिस लाशो का अंतिम संस्कार करती है। उन्होंने यह काम 2 साल पहले ही शुरू किया है, लेकिन वह अब तक करीब 215 अंतिम संस्कार कर चुकी है। इन दो सालो में उनके साथ 15 लोग जुड़े। अल्पाबहन का कहना था कि लावारिस के लिए कोई भी विशेष काम नहीं होता है। इसलिए उन्होंने यह काम चुना। उन्होंने यह भी बताया कि इस काम को करने के कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वो बताती है कई बार तो शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए नगरपालिका शववाहिनी तक देने से मना कर देती है।
गुरप्रीत कौर फिटनेस कौर के नाम से जानी जाती है। वह मात्र 21 साल की है और अपनी पीठ पर ट्रक के टायर को रखकर पुशअप्स और फ्लाइंग सुपरमैन पुशअप्स भी लगाती है। जो किसी भी महिला के लिए बहुत ही मुश्किल काम होता है। ये प्री-मैच्योर बेबी थी इसलिए पहले वह बहुत कमजोर थी और सभी उन्हें कहते थे कि यह काम तुमसे नहीं हो पायगा, लेकिन उन्होंने यह असंभव काम सभी को करके दिखाया है।
गुरप्रीत के पिता पंजाबी और माँ एक ब्रिटिश मूल की है। सोशल साइट इंस्टाग्राम पर उनके 21 हजार से भी ज्यादा फॉलोवर्स है और वह सोशल मीडिया पर अपने वीडियो पोस्ट कर लोगों को मोटीवेट करती है।