केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे जी का देहांत बीते कल रात को हो गया है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने उनके देहांत पर शोक व्यकत करते हुए अशंतोष प्रकट किया है। अनिल माधव दवे 61 साल के थे| काफी समय से बीमार रहने के कारण वे एम्स में भर्ती थे| दिल का दौरा पड़ने के कारण उनकी मृत्यु हुई है|
अनिल माधव दवे जी का अंतिम संस्कार शुक्रवार को इंदौर में किया जायेगा| उनके इस अंतिम शवयात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस संघ के प्रमुख मोहन भागवत और अनके नेता भी शामिल हो सकते है। अनिल दवे जी के शव को अभी अंतिम दर्शन के लिए उनके सरकारी आवास में रखा गया है। जहां पर उनके शव को लोग अंतिम दर्शन कर सके।
नरेंद्र मोदी जी ने अनिल दवे के निधन पर दुख जताया और अपने ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट कर के कहा;
“दोस्त और एक आदर्श साथी के तौर पर अनिल माधव दवे जी की मौत से दुखी हूं. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे. लोक हित के काम के लिए दवे जी को याद रखा जाएगा. कल शाम ही वे मेरे साथ थे. हमने कुछ पॉलिसी इश्यू पर चर्चा भी की थी. उनका जाना मेरे लिए निजी क्षति है”
पर्यावरण मंत्री के देहांत के बाद उनकी एक अंतिम इच्छा का पता चला है| उन्होंने यह इच्छा 23 जुलाई 2012 को ही लिख दी थी| आइये देखते है की दवे ने अपनी अंतिम इच्छा में क्या बाते लिखी है:-