अपने प्रदेश का कार्यभार सम्हालने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने दिए गए वादे के अनुसार जिलों के दौरे शुरू कर दिए है। योगी आगरा और मेरठ से दौरे पूरे करने के बाद कुछ दिन पहले मुरादाबाद पहुंचे। यहाँ अपनी अनुसूची के अनुसार पहले योगी सांसद सर्वेश कुमार सिंह के गांव रतुपुरा गए, जहाँ उन्होंने दिव्यांगों को उपकरण प्रदान किये।
योगी ने यहाँ लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ये सरकार जनता के विकास के लिए प्रयास कर रही है, क्योंकि ये जनता की सरकार है। उन्होंने कहा कि जो कानून को अपने हाथ में लेगा, सरकार उनके साथ सख्ती से पेश आएगी। उन्होंने बताया कि सरकार ने 2 महीनों में बिजली की व्यवस्था सुधारी है।
इसके बाद योगी जी मुरादाबाद के सर्किट हाउस पहुंचे। यहाँ लोग उनसे मिलने के लिए अड़े रहे और अपनी सुनवाई नहीं होने पर लोगों ने जाम लगाकर हंगामा किया। इतनी भीषण गर्मी होने के वावजूद भी लोग योगी को देखने के लिए पहुंचे थे। स्थिति तब ज्यादा गंभीर हो गयी जब मांग पूरी न होने पर लोगों ने हंगामा किया और जाम लगा दिया।
करीब 11:45 बजे सीएम योगी ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग की। बताया जा रहा है कि यहाँ पर मीडिया को अंदर जाना मना था। साथ ही साथ बहुत संख्या में अभिभावक भी योगी से मिलने पहुंचे। उन्होंने पब्लिक स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी के लिए प्रदर्शन भी किया।
इसके बाद योगी जी बरेली भी गए। मुख्यमंत्री बनने के बाद बरेली में उनका पहला दौरा रहा। वहां पर उन्होंने विकास भवन में कानून व्यवस्था और विकास कार्यों पर विचार विमर्श किया। अफसरों ने उनके आगमन की तैयारियां पहले ही शुरू कर दी थी। साथ ही साथ बरेली शहर को चमकाया भी गया।
पहले की सरकारों द्वारा बरेली पर ध्यान न देने के कारण उद्योग धंधे बंद हो गए है या फिर जिले से निकल कर उत्तराखंड पहुंच गए है। जिससे बरेली में रोजगार के साधन कम हो गये है और लोगों को रोजगार के लिए दूसरे शहरो में जाना पड़ रहा है। इसलिए रोजगार उनकी सबसे बड़ी मांग है ताकि लोग अपना और अपने परिवार का पालन ठीक से कर सकें।
ट्रांचिंग ग्राउंड 20 हजार की आवादी वाला बाकरगंज के लिए काफी बड़ी समस्या बना हुआ है। लोगों ने इससे कई बार हटाने की मांग भी कि लेकिन वो इसमें सफल नहीं हो पाए। टीजी के आदेश के बाद भी कूड़ा निस्तारण के लिए बनाया गया प्लांट बंद पड़ा है। इसलिए अब लोगों की मांग है कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट को शुरू कराया जाये।
पंत नगर में एक मात्र कृषि विश्वविद्यालय था, लेकिन जब उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश से अलग हुआ तो पंत नगर भी उत्तराखंड में चला गया। जिस वजह से यहाँ एक भी कृषि विश्वविद्यालय नहीं है। अखिलेश सरकार ने विल्वा कृषि फार्म में विश्वविद्यालय के लिए जमीन फाइनल की थी पर उसका काम आगे नहीं बढ़ पाया। इसलिए अब लोगों को योगी से काफी उम्मीदें है।
बरेली से हवाई सुविधा शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री मायावती ने 23 अगस्त 1997 में सिविल एयर टर्मिनल के पास इसका शिलान्यास भी किया था। लेकिन इन 20 सालों में भी यह सुविधा शुरू नहीं हो पायी। अभी कुछ समय पहले ही एयर टर्मिनल की बाउंड्री का काम शुरू किया गया है। अब लोगों का लगता है कि योगी के शासन में इस काम में तेजी आएगी और वो हवाई यात्रा का लाभ उठा पाएंगे।
पिछली कई सरकारों ने कई कामों की घोषणाएं की, परन्तु किसी पर भी काम शुरू नहीं हो पाया है और जो काम शुरू भी हुए है, वो बहुत धीमी गति से चल रहे है। इसलिए लोग चाहते है कि इन पर भी काम शुरू हो ताकि उनको सुविधाऐं मिल सके। साथ ही साथ ट्रांसपोर्ट नगर बसने की मांग भी की है। ताकि शहर को ट्रको से राहत मिल सके।