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पश्चिम बंगाल में टीएमसी की गुंडागर्दी, पंचायत चुनावों के लिए नामांकन भरने पहुंची BJP महिला प्रत्याशी की सरेआम पीटा

पश्चिम बंगाल में टीएमसी कार्यकर्ताओं की गुंडाग

7 years ago
पश्चिम बंगाल में टीएमसी की गुंडागर्दी, पंचायत चुनावों के लिए नामांकन भरने पहुंची BJP महिला प्रत्याशी की सरेआम पीटा

पश्चिम बंगाल में टीएमसी कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी का सामना भाजपा कार्यकर्ताओं को आये दिन करना पड़ रहा है। नया मामला राज्य के साउथ 24 परगना जिले का है जहाँ कुछ टीएमसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा की एक महिला पंचायत चुनावों की प्रत्याशी को बीच सड़क पर पीट दिया। भाजपा की इस महिला प्रत्याशी के ऊपर टीएमसी के कार्यकर्ताओं का हमला तब हुआ जब महिला बारुईपुर के एसडीओ ऑफिस में पंचायत चुनावों के प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करवाने पहुंची थी।

ये मामला भी तब सामने आया जब भाजपा महिला प्रत्याशी को पीटते हुए टीएमसी के कार्यकर्ताओं का वीडिओ सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडिओ में मौजूद कुछ टीएमसी कार्यकर्ता महिला प्रत्याशी को बेरहमी से पीट रहे थे इस दौरान महिला के साथ आये दो बुजुर्ग उन्हें बचाने की कोशिश करते हैं पर वो उन्हें बचा नहीं पाते और टीएमसी कार्यकर्ता महिला के साथ हाथापाई जारी रखते है। इस दौरान महिला पिटाई की वजह से ज़मीन पर गिर जाती है और आस पास के लोग वहां तमाशबीन बने खड़े रहते हैं। कोई भी टीएमसी कार्यकर्ताओं को ऐसा करने से रोकता नहीं है।

कुछ दिन पहले भी पश्चिम बंगाल का एक और वीडिओ सोशल मीडिया पर इसी तरह वायरल हुआ था, जिसके अंदर कुछ टीएमसी कार्यकर्त्ता रिटर्निंग ऑफिसर के सामने ही एक बीजेपी प्रत्याशी की कार से उतार कर पिटाई करते हुए दिखाई दे रहे थे । 

बता दें की शुरुआती महीने में हीं पश्चिम बंगाल होने जा रहे पंचायत चुनाव में नामांकन कराने को ले कर जमकर हिंसा हुई है। इस दौरान पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अलग अलग जिलों में विपक्षी दलों के बहुत सारे नेताओं पर घातक हमले किए हैं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे इन हमलों के लिए टीएमसी को जिम्मेदार ठहराते हुए चेतावनी भी दी थी।

इस पूरे मामले पर भाजपा ने न्यायालय से इंसाफ की गुहार लगाते हुए पंचायत चुनावों के लिए पर्चा भरने की आखिरी तिथि को बढ़ाने की मांग की थी। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने अंतिम तारीख को आगे बढ़ाने से मना करते हुए कहा है कि वो चुनावी प्रक्रिया में किसी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं ।

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