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यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को पंचायत आज तक में जनता से रूबरू हुए। उन्होंने यहाँ कानून व्यवस्था से लेकर सामाजिक सद्भाव तक सब पर अपनी बाते रखी। इसके अलावा उन्होंने उत्तर प्रदेश को 'उत्तम प्रदेश' बनाने के लिए अपने फॉर्मूले का भी ब्लू प्रिंट पेश किया। आइये देखते है योगी आदित्यनाथ की पूरी स्पीच...
जब आजतक के संवाददाता ने योगी आदित्यनाथ से उनसे अल्पसंख्यकों के अधिकारों और डर के बारे में पूछा, तो इस पर योगी का कहना था कि इस तरह का डर तो मोदी जी के पीएम बनने के दौरान भी था। मोदी ने तुष्टिकरण से बचते हुए सभी के लिए काम करने की बात कही थी। उसी तरह हमारी सरकार भी किसी के साथ 'टीका और टोपी' के आधार पर भेदभाव नहीं करेगी। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को अपनी पुरानी आदतों में भी सुधार लाने की जरुरत है।
यूपी को पहले भी एंटी रोमियो की आव्यशकता थी और आज भी है। इस एंटी रोमियो की शुरुआत से मनचले और आवारा लड़कों पर सख्ती होगी। योगी ने यह भी बताया कि इसके लिए हमने गाइडलाइन जारी की थी। एंटी रोमियो स्क्वाड के चलते व्यस्त जगहों और बाजार में सिविल ड्रेस में महिला पुलिस खड़ी होगी। आपको बता दे कि अब तक 15 हजार से ज्यादा कार्रवाई हुई है और 500 मामलों में पुलिस ने एक्शन लिया है।
योगी आदित्यनाथ का कहना है कि यूपी को प्रधानमंत्री के सपनो का शहर बनाएँगे। यूपी की 22 करोड़ की जनता को योगी सरकार से जो अपेक्षा और आकांशा है, उस पर हम खरे उतरेंगे। मुझे लगता है कि डेढ़ महीने में परिवर्तन दिखाई दिया होगा।
योगी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आपने खुद देखा होगा कि जब सीएम बदलते हैं, तो लोग प्रशासन को फेटने लगते हैं। हमने एक महीने बाद ही परिवर्तन की शुरुआत की। हमारे द्वारा परिवर्तन का प्रयास वहा किया गया है, जहां लोग बदलने को तैयार नहीं थे। मैं 100 दिन बाद सरकार की रिपोर्ट के साथ मीडिया के सामने आऊंगा।
योगी ने कहा कि हर किसी के लिए वीआईपी संस्कृति खत्म होगी किसानों के लिए, नौजवानों के लिए और यहां की बुनियादी व्यवस्थाओं के लिए भी। अबसे आपराधिक लोग शासन के स्तर पर सुरक्षा नहीं ले पाएंगे। अपराधी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। जो भी कानून हाथ में लेगा उससे कड़ाई से निपटा जाएगा।
उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर लाना योगी की पहली प्राथमिकता है। ऐसा कहकर योगी ने यूपी में कानून व्यवस्था पर बात की। योगी ने कहा कि पहली प्राथमिकता कानून व्यवस्था थी और हम इस पर काम कर रहे हैं। नई ट्रांसफर पॉलिसी लेकर आए हैं। ट्रांसफर और पोस्टिंग उद्योग हो चुका था और अब यहां कोई ऐसा कर नहीं पाएगा। किसी को क्यों हटाया जा रहा है इसका कारण अधिकारी को बताने के अलावा मुझे भी बताना होगा।
योगी ने कहा कि उत्तरप्रदेश पर प्रकृति की अच्छी कृपा है, लेकिन इसके बावजूद भी किसान का हाल बदहाल है। इस कारणवश किसानो के पास आत्महत्या करने के अलावा कुछ नहीं बचा है। इसलिए हमने किसानों को राहत पहुचाने के लिए कर्ज माफी का फैसला किया है।
योगी ने यह भी बताया कि हमने 5 हजार गेंहू क्रय खोले हैं, ताकि किसान का पैसा न रुके। पिछले वर्ष तक अनाज आढ़तियों और एजेंटों से खरीदा जाता था, जिसके चलते किसानों को समर्थन मूल्य भी नहीं मिल पाता था।
गन्ना किसानों को लेकर योगी ने बताया कि गन्ना मूल्य का भुगतान हो चुका है। तक़रीबन 6000 करोड़ से ज्यादा का भुगतान हुआ है। इसके अलावा सरकार ने कहा कि किसान अपनी फसल बेचने के लिए स्वतंत्र है, सरकार जो मदद करना चाहती है वो करेगी। इसके अलावा आलू किसानो के लिए भी सरकार काम कर रही है।
योगी ने कहा कि वे गोमती फ्रंट का निरीक्षण करने गए थे। 650 करोड़ की योजना में 1400 करोड़ से ज्यादा लग गया है। योगी का कहना है कि गोमती में नाले बह रहे हैं। उनके पास कोई योजना नहीं थी, लखनऊ का जितना भी ड्रेनेज बह रहा है सब गोमती में गिर रहा है।
इसलिए हमने कहा कि ऐसा प्लान तैयार करे, जिससे सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ऊर्जा भी जनरेट करें साथ ही लखनऊ का कचरा गोमती में भी न गिरे। गोमती गंगा की बहन है। गंगा किनारे स्थित उद्योगों पर भी ये कानून होंगे कि सीवेज नदी में न गिरे। गंगा किनारे स्थित गांवों को खुले में शौच से मुक्त करेंगे। आने वाले सालों में यूपी को स्वच्छ और स्वस्थ बनाएंगे।
देश के सौ स्वच्छ शहरों में यूपी से केवल एक शहर है बनारस। इस बात पर योगी ने कहा कि स्वच्छता को लेकर कार्य योजना तैयार की है। इसके अलावा यूपी को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए योजना तैयार की है। योगी ने बताया कि मलिन क्षेत्रों में जाकर सफाई को आंदोलन बनाया जाएगा। 2 अक्टूबर 2018 तक यूपी के सभी जनपद खुले में शौच से मुक्त होंगे और जब स्वच्छता की लिस्ट आएगी तो 100 में से 50 शहर यूपी के होंगे। योगी का कहना है कि सॉलिड वेस्ट मेनेजमेंट पर भी जनता कार्य कर रही है।
यूपी में बिजली की बहुत परेशानी है, इसलिए योगी ने बिजली वितरण में वीआईपी सिस्टम को खत्म कर दिया है। अब केवल जिलों को बिजली नहीं मिलेगी। शहरी क्षेत्रों में 24 घंटे और गांवों में 18 घंटे बिजली की व्यवस्था का इन्तेजाम किया गया है। 70 जिलों को बराबर बिजली मिलेगी, कही कोई भेदभाव नहीं होगा। जहां लाइट का लॉस कम होगा वहां हम 24 घंटे बिजली की व्यवस्था करेंगे।
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