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भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को
भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की एक अदालत ने जासूस करार कर फांसी की सजा सुनाई है। इस बात का जब भारत ने बहुत विरोध किया तो इस पर वहा के पीएम नवाज़ शरीफ का कहना है कि पाकिस्तान शांतिप्रिय देश है और हमारी सैन्य बल किसी भी विरोधी से लड़ने के लिए सक्षम है।
पाकिस्तान द्वारा कुलभूषण को फांसी की सजा सुनाने पर भारत सरकार ने आज पाकिस्तान को चेताया कि यदि इस सजा पर अमल किया गया तो द्विपक्षीय संबंधों पर इसका प्रभाव पड़ेगा और हमारी सरकार जाधव को बचाने के लिए ‘‘परिपाटी से हटकर'' कदम उठायेगी।
भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि इस मुद्दे में पाक ने न्याय के नैसर्गिक सिद्धांत और निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को कड़ी प्रतिक्रिया देकर समन दिया है।
इसके अलावा संसद के दोनों सदनों में दिये गए अपने बयान में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने (1.1-1) भी कड़ी प्रतिक्रिया दिखाई, ‘‘ सरकार और भारत के लोग इस घटना को काफी गंभीरता से ले रहे हैं जिसमें बिना किसी प्रक्रिया का पालन किये हुए पाकिस्तान में एक निर्दोष भारतीय नागरिक को मौत की सजा का सामना करना पड़ रहा है.'' हमारे पास इस सजा को सुनियोजित हत्या का कृत्य मानने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है. ''
सुषमा ने यह भी कहा कि जाधव के लिए सरकार पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में सर्वश्रेष्ठ वकीलों की सेवाएं सुनिश्चित करेगी और इतना ही नहीं इस विषय को पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन के समक्ष भी उठाया जायेगा।
सुषमा का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का वकील खड़ा करना तो बहुत छोटी बात है, हम लोग राष्ट्रपति तक जाकर करेंगे और हर कीमत पर जाधव को बचाने का प्रयास करेंगे।
भारत के विदेश मंत्रालय का कहना है कि इस मुद्दे में हमारा रुख पूरी तरह से स्पष्ट है। जाधव द्वारा कोई गलत कार्य करने का कोई सबूत नहीं है। जाधव सजिश के शिकार हुए हैं वे ईरान में रहते है जहां से उनका अपहरण करके उन्हें पाकिस्तान लाया गया था जबकि इस्लामाबाद का कहना है कि उसने जासूसी के आरोप में जाधव को बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया।
पाक के मुताबित जाधव पाकिस्तान के खिलाफ जंग छेडऩा चाहते थे। हम आपको बता दें कि तीन मार्च 2016 को कुलभूषण जाधव को बलोचिस्तान में एक छापे के दौरान गिरफ्तार किया गया था।
पाकिस्तान ने जाधव पर आरोप लगाया था कि वो भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के एजेंट है। यहाँ तक की पाकिस्तान ने एक 6 मिनट का एक वीडियो भी जारी किया था, जिसमें जाधव ने स्वीकार किया कि वो रॉ के एजेंट है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा था कि पाकिस्तान के पास कुलभूषण के खिलाफ पर्याप्त सूबत हैं।
भारत के नागरिक कुलभूषण जाधव (1.1-2) को पाकिस्तान में जासूसी के लिये मौत की सजा सुनाये की घटना को पाकिस्तानी मीडिया ने आज ‘‘अभूतपूर्व'' बताया है।
एक अखबार ने राजनीतिक एवं रक्षा विशेषज्ञ डॉ. हसन अस्करी के हवाले से लिखा कि "जाधव को फांसी देने का फैसला दोनों देशों के बीच तनाव में और इजाफा करेगा। सेना ने सख्त सजा दी है जो पाकिस्तानी कानून के मुताबिक है। लेकिन हमें यह देखना होगा कि पाकिस्तान इसके राजनीतिक एवं कूटनीतिक दुष्प्रभावों को झेल सकता है या नहीं.''
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